AirIndia फ्लाइट में आग की घटना से हड़कंप
22 जुलाई 2025 को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक गंभीर घटना घटी। AirIndia की हांगकांग से आ रही उड़ान संख्या AI 315 में लैंडिंग के बाद आग लग गई। यह आग असिस्टेंट पावर यूनिट (APU) में देखी गई, जो विमान की पार्किंग के दौरान चालू होती है। इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। सभी यात्री और क्रू सदस्य सुरक्षित उतरे। हालांकि, इसने यात्रियों और एयरलाइन इंडस्ट्री में चिंता पैदा कर दी।
लगातार हादसों से बढ़ी AirIndia की मुश्किलें
अहमदाबाद और मुंबई में भी हुई घटनाएं
AirIndia पहले ही दो अन्य हालिया घटनाओं से जूझ रही है। अहमदाबाद में एक छोटा प्लेन क्रैश हुआ। मुंबई एयरपोर्ट पर एक फ्लाइट बारिश के कारण रनवे से फिसल गई। इन घटनाओं के बाद यह तीसरा हादसा है, जिसने एयरलाइन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
AI 315: कैसे और कब लगी आग?
लैंडिंग के तुरंत बाद लगी आग
AirIndia की AI 315 फ्लाइट ने हांगकांग से दिल्ली तक सफल उड़ान भरी। लैंडिंग के बाद जब विमान गेट पर पार्क हो रहा था, उसी वक्त APU में अचानक आग लग गई।
यात्रियों के उतरते समय दिखी चिंगारी
प्रवक्ता के अनुसार, आग उस समय लगी जब यात्री विमान से उतरने की तैयारी कर रहे थे। हालांकि, सिस्टम ऑटोमेटिक था और APU ने खुद को बंद कर लिया। इससे आग फैलने से रोकी गई। सभी यात्री और क्रू सुरक्षित रूप से बाहर आ गए।
क्या होता है APU और इसमें आग कैसे लगती है?
APU की भूमिका क्या है?
APU (Assisted Power Unit) एक छोटी गैस टर्बाइन होती है, जो पार्किंग के समय विमान को बिजली और एयर-कंडीशनिंग सप्लाई करती है।
APU में आग क्यों लगी?
संभावित कारणों में शामिल हो सकते हैं: तकनीकी खराबी, ओवरहीटिंग, मेंटेनेंस में चूक। हालांकि, सटीक कारण DGCA की जांच के बाद ही पता चलेगा।
AirIndia की ओर से क्या सफाई दी गई?
AirIndia के प्रवक्ता ने तुरंत बयान जारी किया। उन्होंने कहा: “हमारी सुरक्षा प्रणाली ने समय रहते आग को नियंत्रित कर लिया।” “सभी यात्री सुरक्षित उतारे गए।” “विमान को जांच के लिए रोका गया है।”
DGCA को सूचित किया गया
घटना की जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को भेज दी गई है। अधिकारी जल्द ही जांच पूरी करेंगे।
यात्रियों की प्रतिक्रिया क्या रही?
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
कुछ यात्रियों ने ट्विटर पर लिखा कि वे डर गए थे, लेकिन क्रू ने बहुत प्रोफेशनल तरीके से स्थिति को संभाला। दूसरे यात्रियों ने यह सवाल उठाया कि क्या वे भविष्य में AirIndia से यात्रा करेंगे या नहीं।
मुंबई में एक दिन पहले हुआ था हादसा
भारी बारिश बना वजह
कोच्चि से मुंबई आ रही AI 2744 फ्लाइट रनवे पर फिसल गई। यह घटना सोमवार को हुई थी। रनवे गीला होने के कारण विमान नियंत्रण खो बैठा।
सभी यात्री सुरक्षित
सौभाग्य से, इस हादसे में भी सभी यात्री और क्रू मेंबर्स सुरक्षित रहे। परंतु, दो दिन में दो हादसे होने से यात्री चिंतित हैं।
AirIndia को क्यों करना चाहिए आत्मनिरीक्षण?
लगातार घटनाएं छवि को कर रहीं हैं प्रभावित
एक के बाद एक घटनाएं AirIndia की सुरक्षा नीति पर सवाल खड़े करती हैं। भले ही सभी यात्री सुरक्षित रहे हों, लेकिन यह भरोसा टूटने जैसा है।
मेंटेनेंस और ऑडिट प्रणाली पर ज़ोर ज़रूरी
AirIndia को अब अपनी सभी फ्लाइट्स की तकनीकी ऑडिट करानी चाहिए। सभी यूनिट्स जैसे APU, ब्रेक सिस्टम, रनवे रडार की जांच होना अनिवार्य है।
DGCA की जांच में क्या सामने आ सकता है?
प्रारंभिक रिपोर्ट से मिले संकेत
DGCA प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में देखेगा: तकनीकी रिकॉर्ड, मेंटेनेंस रिपोर्ट, क्रू और पायलट के बयान। इस रिपोर्ट के बाद ही तय होगा कि आगे क्या कदम लिए जाएं।
यात्री क्या सावधानी बरत सकते हैं?
जागरूकता है सबसे बड़ा हथियार
यात्रा से पहले एयरलाइन की हालिया सुरक्षा रिपोर्ट पढ़ें। इमरजेंसी एक्सिट और निर्देशों पर ध्यान दें। फ्लाइट में क्रू की बातों को गंभीरता से लें।
क्या इससे भारत की एविएशन इंडस्ट्री पर असर होगा?
यात्रियों का भरोसा हिलना खतरनाक
AirIndia जैसी बड़ी एयरलाइन पर ऐसे हादसे यात्रियों के भरोसे को प्रभावित करते हैं। इसका असर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर पड़ सकता है।
निजी और सरकारी दोनों कंपनियों को होना होगा सतर्क
ये घटनाएं सभी एयरलाइनों के लिए एक चेतावनी हैं। उन्हें अपनी सुरक्षा नीति की समीक्षा करनी चाहिए।
निष्कर्ष: सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
AirIndia को अब सक्रिय रूप से सभी तकनीकी पहलुओं की जांच करनी चाहिए। यात्रियों की जान से बढ़कर कुछ नहीं। जब तक एयरलाइन पूरी पारदर्शिता और जिम्मेदारी नहीं दिखाएगी, तब तक यात्रियों का विश्वास वापस पाना मुश्किल है।