Shubhman gill vs england

भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल इंग्लैंड दौरे पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अब तक लीड्स और एजबेस्टन में खेले गए दो टेस्ट मैचों में कुल 585 रन बनाए हैं। क्रिकेट प्रशंसकों और विश्लेषकों ने उनके कप्तानी कौशल और बल्लेबाजी की जमकर सराहना की है।

लेकिन एक ऐसी चूक, जिसे कैमरे में कैद किया गया, अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लिए सिरदर्द बन गई है। यह एक ऐसी गलती है, जो BCCI को करोड़ों का नुकसान पहुंचा सकती है और एक बड़े कॉर्पोरेट कॉन्ट्रैक्ट को खतरे में डाल सकती है।

क्या है पूरा मामला?

दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन जब भारत की दूसरी पारी समाप्त हुई और शुभमन गिल ने इनिंग डिक्लेयर की, तब वह ब्लैक कलर की एक Nike ब्रांड की वेस्ट (स्लीवलेस जैकेट) पहने नजर आए। यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

यह कोई मामूली बात नहीं थी, क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के पास एक आधिकारिक किट स्पॉन्सर पहले से ही मौजूद है—Adidas। Adidas और BCCI के बीच 2023 में ₹250 करोड़ की डील साइन हुई थी, जो मार्च 2028 तक वैध है।

Adidas के साथ BCCI का कॉन्ट्रैक्ट

Adidas भारतीय पुरुष, महिला और जूनियर टीम के लिए सभी फॉर्मेट की जर्सी और अन्य पहनावे बनाता है। इस डील के तहत खिलाड़ियों को मैदान पर या किसी भी आधिकारिक गतिविधि के दौरान Adidas की ही जर्सी और संबंधित कपड़े पहनना अनिवार्य है।

Nike, Adidas की सीधी प्रतिस्पर्धी कंपनी है। ऐसे में शुभमन गिल का Nike ब्रांड की वेस्ट पहनना सीधा कॉन्ट्रैक्ट उल्लंघन माना जा सकता है।

क्या हो सकता है BCCI को नुकसान?

  1. कानूनी और आर्थिक असर:
    Adidas इस अनुबंध उल्लंघन को गंभीरता से ले सकता है। वह BCCI से हर्जाना मांग सकता है या डील की शर्तों को फिर से कठोर बना सकता है। यदि Adidas चाहे, तो वह कॉन्ट्रैक्ट को आंशिक या पूर्ण रूप से समाप्त भी कर सकता है।
  2. ब्रांड की छवि को नुकसान:
    BCCI की प्रोफेशनल छवि को इस गलती से आघात पहुंच सकता है। अन्य स्पॉन्सर भी भविष्य में डील साइन करते समय कड़े नियम लागू करने की मांग कर सकते हैं।
  3. शुभमन गिल पर अनुशासनात्मक कार्रवाई:
    कप्तान होने के नाते गिल पर अधिक जिम्मेदारी बनती है। BCCI उन्हें चेतावनी, आर्थिक दंड या आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करा सकता है।

ब्रांडिंग और क्रिकेट: अब सिर्फ खेल नहीं रहा

आज का क्रिकेट केवल खेल नहीं, एक व्यावसायिक मंच बन चुका है जहां हर खिलाड़ी एक ब्रांड एंबेसडर होता है। खिलाड़ी क्या पहनते हैं, कैसे व्यवहार करते हैं, हर चीज ब्रांड के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में किसी भी नियम की अनदेखी सिर्फ एक व्यक्तिगत भूल नहीं, बल्कि पूरे संगठन के लिए बड़ा जोखिम बन सकती है।

Adidas की प्रतिक्रिया का इंतजार

अब सबकी नजरें Adidas की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या कंपनी इसे एक मानवीय भूल मानकर छोड़ देगी, या फिर BCCI के साथ अपनी डील को लेकर कड़ा कदम उठाएगी, यह देखने वाली बात होगी।

कई बार कंपनियां अपने ब्रांड वैल्यू को बचाने के लिए कठोर निर्णय लेती हैं, लेकिन Adidas के लिए भी यह डील फायदे का सौदा है। इसलिए यह भी संभव है कि वह गिल को चेतावनी देकर मामले को यहीं समाप्त कर दे।

इससे क्या सबक मिलता है?

  1. खिलाड़ियों को अपने ब्रांड और अनुबंध की शर्तों की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
  2. BCCI को खिलाड़ियों के लिए स्पष्ट गाइडलाइन और निगरानी व्यवस्था बनानी चाहिए।
  3. किसी भी सीरीज से पहले ब्रांडिंग से जुड़े नियमों की जानकारी दोहराना आवश्यक है।

निष्कर्ष: छोटी गलती, बड़ा परिणाम

शुभमन गिल की बल्लेबाजी शानदार रही, लेकिन उनकी एक छोटी सी भूल अब उनके प्रदर्शन पर भारी पड़ सकती है। क्रिकेट अब केवल स्कोर और विकेट तक सीमित नहीं है, यह ब्रांड, बाजार और अनुशासन का खेल बन चुका है।

यदि BCCI इस मामले को समय रहते संभालता है, तो यह केवल एक चेतावनी के रूप में रह सकता है। लेकिन अगर Adidas ने सख्त रुख अपनाया, तो इससे बोर्ड की आर्थिक स्थिति और साख दोनों पर असर पड़ सकता है।

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